गुरुतत्व जो मुझ में हैं, गुरु तत्व जो तुझ में हैं, नमन उसको मेरा है। गुरुतत्व जो मुझ में हैं, गुरु तत्व जो तुझ में हैं, नमन उसको मेरा है।
यहाँ पग पग पर क्षण-क्षण में मिलते हैं प्रश्न वो भी कहीं और से नहीं अपनी ही अंतरात्मा यहाँ पग पग पर क्षण-क्षण में मिलते हैं प्रश्न वो भी कहीं और से नहीं अपनी...
सबके दिलों में बहता है बस, एक भारतीयता का भाव। सबके दिलों में बहता है बस, एक भारतीयता का भाव।
खुशनुमा उपहार बन जाता है। खुशनुमा उपहार बन जाता है।
आई पुरवाई अंगानई अंगनाई हर्शाई अमराई शुभ यौवन सँवारिए। आई पुरवाई अंगानई अंगनाई हर्शाई अमराई शुभ यौवन सँवारिए।